Friday, June 4, 2010

चांदनी हो तुम मेरे इस जहाँ की


आसमान में उड़ते रहेंगे जब तक है दम I
तुम जितनी दूर जाओगी उतने पास आयेंगे हम II
शहर- शहर डगर- डगर खोजूं तुझे, रास्ता तेरा मिलता नहीं I
अँधेरे में खो नहीं सकता, चांदनी हो तुम मेरे इस जहाँ की II

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