आज की आगाज
क्या पाया था
जिसको खोया है ?
रो मत
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
जीत की होड़
हार का डर
खो मत
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
आस ना हो
कोई पास ना हो
ठहर मत
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
जोश भर
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
क्या पाया था
जिसको खोया है ?
रो मत
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
जीत की होड़
हार का डर
खो मत
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
आस ना हो
कोई पास ना हो
ठहर मत
झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
जोश भर
उन्माद जगा
थक मत झुक मत
संघर्ष कर
आगे बढ I
5 comments:
Very nice.
Kaphi OJpurn kavita hai... bahut hi badhiya
Waah mere Ramdhari Singh Dinkar ... Aaj main tujhe Dinkar ki upadhi deta hoon...
bahut badhiya
आप सबों का उत्साह वर्धन के लिए धन्यबाद I
Bahut badhiya Likhe Priyadarshi! apna utsah badhiye rakhna.
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